मेरी बिगड़ी हुयी तकदीर का सानी न मिला।

गया हाजत को तो संडास में पानी न मिला।।

इक न इक हर्फ़ हर तहरीर में छूटा निकला ।

पानी थोड़ा ही मिला लोटा भी फूटा निकला।।SS

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