तुम्हारा सोचना सचमुच उदास करता है

तुम्हारा हो के भी जैसे यहाँ नहीं होना

तुम्हारा अपने खयालों में इस तरह खोना

महकती शोख फ़िज़ा गमशनास करता है

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