मेरी एक बात के तुमने 

कितने अर्थ निकाल लिये हैं

शायद बहुत बड़ी बातों के 

इतने अर्थ नहीं होते हैं।।SS

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है