अब तेरी याद भी नही आती।

पर मरी नींद भी नही आती।।

फिर तेरा इन्तज़ार क्या होता

तू मेरे बाद भी नही आती।।SS

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

श्री योगेश छिब्बर की कविता -अम्मा

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है