एक कारगिल हो सकता है

एक कारगिल हो जाने दो

किन्तु चीन को गलबहियाँ कर 

छाती पर तो मत छाने दो।।SS

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

श्री योगेश छिब्बर की कविता -अम्मा

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है