आ गए तंग निगहबानी से।

छोड़िये हमको मेहरबानी से।।।

मत करें मेरी दवा और दुआ

ठीक होंगे तो हवा पानी से।।सुरेश साहनी

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

श्री योगेश छिब्बर की कविता -अम्मा

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है