जो गांधी को गरियाता है।

वो ही नेता बन जाता है।।


अब पूरे किसको करने हैं 

वो वादा तो कर जाता है।।


अपनी माता का ध्यान नहीं

जय माता दी चिल्लाता है।।


जनता की माँगें बारिश है

उसका चुनाव चिन्ह छाता है।।


जो तड़ीपार अपराधी था

अब अपना भाग्य विधाता है।।


जनपथ पर पड़ी सिसकती है

हाँ वो ही भारत माता है।।

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