ग़ैरों को जोड़े फिरते हो।
क्या अपनों से भी जुड़ते हो।।
कुछ अपनों को फोन ही कर लो
कुछ अपनों से हाल भी पूछो
दिन भर फोन लिए रहते हो।।
व्हाट्सएप के कूड़ा करकट
खाली पीली बोगस फोकट
कॉपी पेस्ट किया करते हो।।
अपने कई मित्र ऐसे हैं
जाने कब से नहीं मिले हैं
क्या उनकी चिंता करते हो।।
बेशक़ डेली पोस्ट करो सर
औरों को भी पढ़ा करो पर
भाई! क्या ऐसा करते हो।।
सुरेश साहनी,कानपुर
9451545132
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