हौसले  बड़े इतने  आसमान छोटा सा

क्यों नहीं ले लेता  इम्तिहान छोटा सा

 ख़्वाब हैं सितारों में आशियाँ बनाने का

ढेर सारी उम्मीदें  पर मकान छोटा सा

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

श्री योगेश छिब्बर की कविता -अम्मा

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है