मतदान
जाति धर्म से ऊपर उठिए।
सही गलत का चिंतन करिये।
संविधान है धर्म देश का
संविधान द्रोही मत चुनिये।।
अपना भला चाहने वाले
गुण्डे-बदमाशों से बचिए।।
केवल अपनी जाति देखकर
गुण्डा चुन अच्छा मत बनिये।।
वे अपने मन की कहते हैं
आप आपके मन की सुनिये।।
भाषा जाति क्षेत्र और मज़हब
तजिये सिर्फ देश को चुनिये।।
सुरेश साहनी, कानपुर
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