मैं हिन्दू होने पर
गर्व नहीं कर पाता हूँ
क्योंकि
हिन्दू बताते ही
जाति भी पूछी जाती है।
जाति से
तय हो जाती है योग्यता
और तय हो जाता है
मेरा चौथा या पांचवा दर्जा।
फिर भी मैं
हिन्दू रहना चाहता हूँ।
क्योंकि
यहां जीने की #आज़ादी तो है।(#बहावी आतंकवाद पर)
मैं हिन्दू होने पर
गर्व नहीं कर पाता हूँ
क्योंकि
हिन्दू बताते ही
जाति भी पूछी जाती है।
जाति से
तय हो जाती है योग्यता
और तय हो जाता है
मेरा चौथा या पांचवा दर्जा।
फिर भी मैं
हिन्दू रहना चाहता हूँ।
क्योंकि
यहां जीने की #आज़ादी तो है।(#बहावी आतंकवाद पर)
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