आंसू ही हैं थम जाएंगे।

रो लेने दो  ग़म जायेंगे।।

जिन से तेरी याद जुड़ी है

उन गलियों मैं कम जाएंगे।।सुरेश साहनी

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

श्री योगेश छिब्बर की कविता -अम्मा

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है