चलो कहानी कह कर देखें।
कुछ बदनामी सह कर देखें।।
जीना क्या दुनिया से छुपकर
आज सामने रहकर देखें।।
दरिया बनकर क्यों सिमटे हम
दूर कहीं तक बह कर देखें।।
कितने सही गलत हैं कितने
खुद से आज जिरह कर देखें।।
खूब लड़े हैं हालातों से
यूँ ही चलो सुलह कर देखें।।
नफरत ही करते आये हैं
नही किया जो वह कर देखें।।
तंगदिली ने तोड़े नाते
दिल मे तनिक जगह कर देखें।।
Comments
Post a Comment