दौर निंदा का चलेगा और क्या!

देश कुछ दिन फिर जलेगा और क्या!!

लाश पर होगी सियासत बेझिझक

जब भी सिंहासन हिलेगा और क्या!!

जिन के बेटे हैं शहीदाने- वतन

उन को आश्वासन मिलेगा और क्या!!

एक दूजे को बताएगा गलत

ये इलेक्शन तक चलेगा और क्या।।

ज़ी तेरी टीआरपी बढ़ जाएगी

आदमी का कद घटेगा और क्या!!!

#@!सुरेशसाहनी

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