क्या यही इक्कीसवीं वाली सदी है।
सन् सतहत्तर से भयानक त्रासदी है।।
हिन्दू मुस्लिम सूद बामन गिन के बोलो
इनमें हिंदुस्तान कितने फीसदी है।।
तुम हिमालय से समंदर घूम आओ
तब बताना कौन सी गंगा नदी है।।
अब कन्हैया खुद मुसीबत में घिरा है
देखकर सहमी हुयी सी द्रोपदी है।।
मुल्क अपना विश्वगुरु होने लगा है
सुन के अब तनमन में होती गुदगुदी है ।।
आजकल सच कौन सुनना चाहता है
हमने सकुचाते हुए आवाज दी है।।
सुरेशसाहनी, कानपुर
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