आईना भी कमाल करता है।

मुझसे मेरे सवाल करता है।।


प्यार करता है ध्यान रखता है

हर घड़ी देखभाल करता है।।


जब कभी मैं उदास होता हूँ

आईना भी मलाल करता है।।


हर कोई अपने आप मे है गुम 

कौन किसका ख़याल करता है।।


यार मशगूल है रक़ाबत में

मेरे शीशे में बाल करता है।।


आईना है कि हमनफस मेरे

हर जुनूँ पर जवाल करता है।।


रोज़ करता है मुतमईन मुझको

यूँ तो सबको निहाल करता है।।


सुरेश साहनी, कानपुर

9451545132

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