बहती नदियां में हाथ धो लें क्या।
इक ज़रा मैकदे में हो लें क्या।
क्या करें आज खूब रो लें क्या।
ख़ुद को फिर दर्द में डूबो लें क्या।।
जीस्त भर चैन से न सो पाये
आज मौका मिला है सो लें क्या।।
इश्क़ करना है होठ सी लेना
और बोलें तो उनसे बोलें क्या।।
बहती नदियां में हाथ धो लें क्या।
इक ज़रा मैकदे में हो लें क्या।
क्या करें आज खूब रो लें क्या।
ख़ुद को फिर दर्द में डूबो लें क्या।।
जीस्त भर चैन से न सो पाये
आज मौका मिला है सो लें क्या।।
इश्क़ करना है होठ सी लेना
और बोलें तो उनसे बोलें क्या।।
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