भीगते हो बारिशों में

धूप में भी जल रहे हो

ओ पथिक कितने अराजक हो 

सड़क पर चल रहे हो

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है