मैं किस गफलत में ऐसा कर रहा हूँ।

भरोसा कातिलो पर  कर रहा हूँ।।

यहाँ फरियाद का मतलब नहीं हैं

फ़क़त अपना तमाशा कर रहा हूँ।।

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