इश्क़ में क्या क्या सीख गए हम क्या बोलें।

होश कहाँ है पी पी कर ग़म क्या बोलें।।

पहले जैसा ख़ुश रहना हम भूल गए

ख़ुद पर हो जाते हैं बरहम क्या बोलें।।

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