हम समाचार हो गए होते।
छप के अख़बार हो गए होते।।
बच गए हम ख़ुदा की रहमत है
वरना मिस्मार हो गए होते।।
वक़्त की मार से बचे वरना
दो बटे चार हो गए होते।।
हम तेरे ग़म से कामयाब हुए
वरना बेकार हो गए होते।।
उम्र कुछ दुश्मनों की बढ़ जाती
हम जो बीमार हो गए होते।।
काश जुल्फ़े-सियाह में तेरे
हम गिरफ्तार हो गए होते।।
आज कुछ और दास्ताँ होती
तुम जो तैयार हो गए होते।।
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