आभासी दुनिया से  बाहर भी निकलें

कुछ अपनों से मिलें जुलें संवाद करें

आभासी दुनिया में भूले रहने से

बेहतर है हम कुछ अपनों को याद करें


कुछ अपनों को ढूंढे उनसे बात करें

ख़ैर ख़बर लें उनका हाल चाल पूछें

अगल बगल के मित्रों के सुख दुख समझें

दुख को साझा करें और खुशियां बांटें


बाहर निकलें कभी कभी मोबाइल से

कभी हकीकत की दुनिया में भी टहलें

घर परिवार समाज सभी के प्रति अपनी

जिम्मेदारी को समझें निर्वाह करें


वरना आभासी दुनिया तो वह दुनिया है

हुआ एक भी बैन शून्य हम हो जायेंगे

मौके पर जब ट्विटर फेसबुक साथ न होंगे

काम हमारे मित्र वास्तविक ही आयेंगे......


सुरेश साहनी कानपुर

9451545132

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