भरी है सादगी उसकी अदा में।

नज़र डूबी हुई है इक हया में।।

जो दीवानी हुयी जाती है दुनिया

कोई तो बात है उस बेवफ़ा में।।

निगाहों से हमें गिरने न देना

के रख लेना हमें अपनी दुआ में।।

कभी तुमको हमारी याद आये

बुला लेना हमें अगली सदा में।।

अगर तुम साथ हो तो ज़िन्दगी है

तुम्हारे बाद राहत है क़ज़ा में।।

सुरेशसाहनी

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