यार इस इश्क़ में मिला क्या है।
ये कहो जेब मे बचा क्या है।।
रात थाने में जम के टूट गई
इश्क़ तशरीफ़ के सिवा क्या है।।
तुम तो कहते हो कोई बात नहीं
कुछ नहीं है तो फिर गिला क्या है।।
उसने खाना ख़राब करके कहा
मोहतरम खाने में बना क्या है।।
हम हैं ख़ामोश कुछ न होने से
हर तरफ शोर है हुआ क्या है।।
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