नये साल पर

साल बदल जाने से ऐसा क्या होगा।
कल का दिन भी बीते कल जैसा होगा।।
हम ढलते सूरज को भी जल देते हैं
तुमने उगता सूरज ही पूजा होगा।।
हम सर्वे भवन्तु सुखिनः कहने वाले
नए वर्ष में भी यह ही कहना होगा।।
जो पीछे छूट गए उनको भूलूँ कैसे
नव आगत का स्वागत तो करना होगा।।

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