अंतर

एक निहायत हसीन
बेइन्तेहाँ खूबसूरत लड़की
कूड़ा बीन रही थी।
पर उसके कपड़े
मिसेज चोपड़ा से ठीक थे।
उनके कपड़ों में
कूड़ा
और कूड़ा बीनने वाली
जैसा ही अंतर था।

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

श्री योगेश छिब्बर की कविता -अम्मा

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है