ग़ज़ल
नेता जी का हृदय द्रवित है।
पर कन्या का बाप व्यथित है।।
उसकी बेटी भोली भाली
नेताजी की दृष्टि घृणित है।।
किन्तु मीडिया और समाज में
वो नेता महिमामण्डित हैं।
आखिर उनके ही धनबल से
गुंडा ,पत्र,पुलिस, पोषित है।।
पिछले दिनों एक कन्या पर
कृपादृष्टि उनकी चर्चित है।
कन्या गायब है उस दिन से
पूरी बस्ती ही चिंतित है।।
ऐसे मौके पर नेता के
दौरे से बस्ती विस्मित है।
आखिर उनके ही प्रयास से
सब तानाबाना विकसित है।।
पर कन्या का बाप व्यथित है।।
उसकी बेटी भोली भाली
नेताजी की दृष्टि घृणित है।।
किन्तु मीडिया और समाज में
वो नेता महिमामण्डित हैं।
आखिर उनके ही धनबल से
गुंडा ,पत्र,पुलिस, पोषित है।।
पिछले दिनों एक कन्या पर
कृपादृष्टि उनकी चर्चित है।
कन्या गायब है उस दिन से
पूरी बस्ती ही चिंतित है।।
ऐसे मौके पर नेता के
दौरे से बस्ती विस्मित है।
आखिर उनके ही प्रयास से
सब तानाबाना विकसित है।।
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