होगी आज हयात बड़ी कुछ।

करते हैं अब बात बड़ी कुछ ।।


आज क़यामत आ सकती है

आओ कर दें रात बड़ी कुछ।।


बोझिल मन को तेरा दामन

इस से नहीं नबात बड़ी कुछ।।


हम दोनों आदम हौव्वा हैं

है क्या इससे जात बड़ी कुछ।। 


चाँद सितारे अफशां गुलशन

है ना ये बारात बड़ी कुछ।।


नबात/ जड़ी बूटी


सुरेश साहनी कानपुर

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