आपसे बात किस तरह करते।
पेश जज़्बात किस तरह करते।।
फ़र्ज़ था आपसे पहल होना
हम शुरुआत किस तरह करते।।
मक़तबे-इश्क़ में नये थे हम
ख़त- किताबात किस तरह करते।।
दिल अगर आपको कुबूल नहीं
हम इनायात किस तरह करते।।
कह रहे थे मुझे कहो रहबर
दिन में हम रात किस तरह करते।।
सुरेश साहनी, कानपुर
9451545132
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