आते जाते तो दिखते हो

पर खोये खोये रहते हो

अपना मीत बना लो मुझको

क्यों खुद से बातें करते हो

मरने पर आमादा हो तो

कह दो ना हमपे मरते हो

नफ़रत की अपनी दुनिया है

क्या तुम ऐसी दुनिया से हो।। साहनी

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