तेरा ख़याल नज्म  है  तुम्हारी याद ग़ज़ल
तेरा ख़याल नज्म  है  तुम्हारी याद ग़ज़ल
तेरा ख़याल नहीं है तो लाकलाम हूँ मैं।।
तेरी सूरत तेरी आँखें तेरी झुकी नजरें
बगैर इनके अगर हूँ तो ला मकाम हूँ मैं।।
ये सुर्ख लव तेरे कलियाँ हैं याकि पैमाने
इन्ही लबों की तरन्नुम का इंतज़ाम हूँ मैं।।
तुम्हारा नाम जुड़ा है मेरी मुहब्बत से
तुम्हारे हुश्न की शोहरत तुम्हारा नाम हूँ मैं।।

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