तुमारी झील सी आँखे हमारा दिल समंदर है।
इन्ही में डूब जाने का तुम्हे डर है हमे डर है।।

हमें दिल देके तुमने कोई नादानी नहीं की है
कहीं यह टूट न जाए हमारा ध्यान इसपर है।।

ये कैसी बात करती हो न जाने किस से डरती हो
अगर तुम साथ हो अपने तो समझो रब की मेहर है।।

तेरी जुल्फों के साये में बिता दें जिंदगी लेकिन
मुहब्बत के अलावा भी हजारो काम सर पर है।।

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