मुझे लगता है कुछ दिन के लिए मैं मौन हो जाऊं।
तुम्हारे स्नेह के ऋण के लिए मैं मौन हो जाऊं।।
कभी ऐसा लगे कि प्यार में तकरार होनी है
तो बेहतर है कि कुछ क्षण के लिए मैं मौन हो जाऊं।।
कभी राजी कभी नाराजगी पूरब कभी पश्चिम
चलो उत्तर न दक्षिण के लिए मैं मौन हो जाऊँ।।
हमारे गीत गर तुमको किसी से कम समझ आएं
तो कह देना कि किन किन के लिए मैं मौन हो जाऊं।।
मेरा संगीत मेरी साधना गर तुम नही हो तो
बताओ कौन है जिनके लिए मैं मौन हो जाऊं।।
तुम्हारे स्नेह के ऋण के लिए मैं मौन हो जाऊं।।
कभी ऐसा लगे कि प्यार में तकरार होनी है
तो बेहतर है कि कुछ क्षण के लिए मैं मौन हो जाऊं।।
कभी राजी कभी नाराजगी पूरब कभी पश्चिम
चलो उत्तर न दक्षिण के लिए मैं मौन हो जाऊँ।।
हमारे गीत गर तुमको किसी से कम समझ आएं
तो कह देना कि किन किन के लिए मैं मौन हो जाऊं।।
मेरा संगीत मेरी साधना गर तुम नही हो तो
बताओ कौन है जिनके लिए मैं मौन हो जाऊं।।
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