कोशिश की जाए तो कल भी हो सकता है।
उस तट पर जंगल मंगल भी हो सकता है।।
श्वेत ताज के साथ साथ गर कोशिश हो तो
आबनूस सा ताजमहल भी हो सकता है।।
जितना तुमने लूटा दिया उससे गंगा क्या
यमुना का पानी निर्मल भी हो हो सकता है।।
आज कोई उन्मादी अट्टहास करता है
कल का अधिनायक पागल भी हो सकता है।।
आज सैम तुमको जाफर जयचंद मिले हैं
कल भारत ऊधम बिस्मिल भी हो सकता है।।
उस तट पर जंगल मंगल भी हो सकता है।।
श्वेत ताज के साथ साथ गर कोशिश हो तो
आबनूस सा ताजमहल भी हो सकता है।।
जितना तुमने लूटा दिया उससे गंगा क्या
यमुना का पानी निर्मल भी हो हो सकता है।।
आज कोई उन्मादी अट्टहास करता है
कल का अधिनायक पागल भी हो सकता है।।
आज सैम तुमको जाफर जयचंद मिले हैं
कल भारत ऊधम बिस्मिल भी हो सकता है।।
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