नाहक़ इतनी ज़िम्मेदारी ले ली है।

पदवी तुमने सचमुच भारी ले ली है।।


कुछ कहते हो कुछ करते हो ये क्या है

 उलझन काहे इतनी सारी ले ली है।।

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