किसे दिखाते पाँव के छाले सब थे ऊँचे दर्जे वाले।।
किसे दिखाते पाँव के छाले
सब थे ऊँचे दर्जे वाले।।
सब थे ऊँचे दर्जे वाले।।
अपना पेट भर रहे सारे
किसने किसको दिए निवाले।।
किसने किसको दिए निवाले।।
अब वो मरहम ले आया है
सूख गए जब फूटे छाले।।
सूख गए जब फूटे छाले।।
बगुला भगत आज के नेता
तन के उजले मन के काले।।
तन के उजले मन के काले।।
पांच बरस में आज दिखा है
खींस निपोरे माला डाले।।
खींस निपोरे माला डाले।।
अपना पेट भर रहे सारे
किसने किसको दिए निवाले।।
किसने किसको दिए निवाले।।
अब वो मरहम ले आया है
सूख गए जब फूटे छाले।।
सूख गए जब फूटे छाले।।
बगुला भगत आज के नेता
तन के उजले मन के काले।।
तन के उजले मन के काले।।
पांच बरस में आज दिखा है
खींस निपोरे माला डाले।।
खींस निपोरे माला डाले।।
Comments
Post a Comment