आप मुझे अनवरत दिखे।

आप मुझे अनवरत दिखे।
जब पडी जरूरत तुरत दिखे।।
मैंने भी सपने देखे हैं
कुछ सोते कुछ जाग्रत दिखे।।
हर दीन धर्म की कोशिश है
कैसे सबको आख़िरत दिखे।।
ये दुनिया कैसी दुनिया है
जिसमे हर गाड़ी चलत दिखे।।
सब माया है कहने वाले
माया के पीछे भगत दिखे।।
हमने खुद को कब देखा है
दूसरे सभी को गलत दिखे।।
सब कहे राम का नाम सत्य
पर राम नाम विस्मरत दिखे।।

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