तुमको मिलती ही नहीं फुर्सत कभी।
तुमको मिलती ही नहीं फुर्सत कभी।
तुमसे होती है मुझे नफरत कभी।।
तुमसे होती है मुझे नफरत कभी।।
तुम शुरू से आज तक बदले नहीं
अब बदल डालो यही आदत कभी।।
अब बदल डालो यही आदत कभी।।
प्यार करना सीखने के वास्ते
काम आती है बुरी सोहबत कभी।।
काम आती है बुरी सोहबत कभी।।
जाने कब की बात बतलाते हैं वो
कह रहे हैं मुल्क था जन्नत कभी।।
कह रहे हैं मुल्क था जन्नत कभी।।
काम आता है बहुत इब्लीस भी
याद करना हो अगर दिक्कत कभी।।
याद करना हो अगर दिक्कत कभी।।
मौत ने जितना दिया वो कम नही
जिंदगी ने कब दिया मोहलत कभी।।
जिंदगी ने कब दिया मोहलत कभी।।
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