झूठ सफल है देख कर निकला यह निष्कर्ष।

अब जनता अपराध को मान रही आदर्श।।

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

श्री योगेश छिब्बर की कविता -अम्मा

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है