दिल कहता है उसने सैय्या बोला है।

कान कहे है उसने भइया बोला है

उसके बच्चे जबसे मामा बोले हैं

हृदय टूटकर दैय्या दैय्या बोला है।।साहनी

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

श्री योगेश छिब्बर की कविता -अम्मा

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है