हमने सोचा कि ये काम करते चलें।

हर खुशी आपके नाम करते चलें।

ज़िन्दगी  आपकी मेरी है चार दिन

एक दूजे से जय राम करते चले।।


कुछ यूँही सबकी चलती रहे ज़िन्दगी

संग हँसती मचलती रहे ज़िन्दगी

अपने जयराम आशीष देते रहें

सौ बरस और खिलती रहे ज़िन्दगी।।


काव्य के पर्याय हैं जयराम जय

नवगीत के अध्याय हैं जयराम जय।

एक अंचल या शहर की बात क्या

देश भर में छाए हैं जयराम जय।।

सिर्फ मेरे और तेरे दिल मे नहीं

सबके मन को भाये हैं जयराम जय।।

शोर उठता है चलो सुनने चलें

कार्यक्रम में आये हैं जयराम जय।।

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