बेशक़ तुम चुप रह सकते हो
कोई जस्टिस मरता है तो
कोई अफसर मरता है तो
कुछ किसान भी जी न सके तो
आख़िर तुम क्या कर सकते हो
बेशक़....
सड़क बिक गयी बिक जाने दो
रेल बिक रही बिक जाने दो
जल नभ भी यदि बच न सके तो
बिकने दो क्या कर सकते हो
बेशक़.......
बेशक़ तुम चुप रह सकते हो
कोई जस्टिस मरता है तो
कोई अफसर मरता है तो
कुछ किसान भी जी न सके तो
आख़िर तुम क्या कर सकते हो
बेशक़....
सड़क बिक गयी बिक जाने दो
रेल बिक रही बिक जाने दो
जल नभ भी यदि बच न सके तो
बिकने दो क्या कर सकते हो
बेशक़.......
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