सौ बरस यार की उम्र हो
सौ बरस प्यार की उम्र हो
सौ बरस मान की उम्र हो
सौ ही मनुहार की उम्र हो
सौ बरस राधिका तुम रहो
सौ बरस सांवरे तुम रहो
तुम भी जोगन रहो सौ बरस
सौ बरस बावरे तुम रहो
सौ बरस अंक की उम्र हो
सौ ही अँकवार की उम्र हो
मेरा घर मेरा परिवार तुम
घर की दर और दीवार तुम
लोक तुम मेरे परलोक तुम
धर्म तुम मेरे संसार तुम
सौ बरस हाथ मे हाथ हो
सौ ही अभिसार की उम्र हो
सौ बरस राग की उम्र हो
सौ बरस रार की उम्र को
सौ बरस प्रीति के लाज से
नैन रतनार की उम्र हो
सौ बरस तक रहे दृग तृषा
सौ अधर धार की उम्र हो।।
सौ बरस यह प्रभायुत रहो
सौ बरस मान्यवर तुम रहो
बार सौ आये मधुयामिनी
बार सौ कोहबर तुम रहो
सौ बरस स्वास्थ्य सुख से भरे
भाव भण्डार की उम्र हो।।
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