आपने कब हमें क़रार दिया।

जब दिया सिर्फ़ इन्तज़ार दिया।।


सब दिया हमने जिसको प्यार दिया।

दिल दिया जाँ दी  एतबार दिया


ज़ख़्म देकर हज़ार कहते हो

आपने ख़ुद को हम पे वार दिया।।


बारहा आपने किये वादे

और धोखा भी बार बार दिया।।


हम तो उजड़े हैं इक ज़माने से

आपने कब हमें सँवार दिया।।


जिसको सोचा था ज़िन्दगी देगा

उसने जीते जी हमको मार दिया।।


साहनी उम्र यूँ तवील लगी

आरज़ू में इसे गुज़ार दिया।।

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