गजल

 प्रश्न कुछ लाज़वाब होते हैं।

हम जो ख़ाना ख़राब होते हैं।।

ज़िन्दगी और कैफ़ देती है

दर्द जब बेहिसाब होते हैं।।

ख़्वाब में आके रूठ जाओ तुम

और कैसे अज़ाब होते हैं।।

सपके अपने सवाल होते हैं

सबके अपने जवाब होते हैं।।

नींद उनको कभी नहीं आती

जिनकी आंखों में ख़्वाब होते हैं।।

सुरेशसाह

नी, कानपुर

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