आदम था इन्सान नहीं था।

जब तक उसको ज्ञान नहीं था।।


इतना तय है आदम युग में

धर्म न था ईमान नहीं था।।


भ्रष्ट नहीं था तब का इंसां

इस युग सा शैतान नहीं था।।


सूरज था तब धरती भी थी

अल्ला या भगवान नहीं था।।


लोग सरल होकर जीते थे

जब जीवन आसान नहीं था।।


सुरेश साहनी ,कानपुर

9451545132

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