बंदूक एक सुंदर गहना है

जिसे अच्छे लोग धारण करते हैं

कर्तव्य निर्वहन के लिये

इसे धारण करके गर्व महसूस करते हैं 

मानसिक रुग्ण जन भी

धारण करते हैं 

स्वयं को असुरक्षित समझने वाले लोग

घर मे रखना चाहते हैं सम्पन्न भी

और कई बार घर मे रखते हैं

साधारण लोग भी

ऐसे लोग जो आत्मरक्षा और 

आत्मसम्मान की समझ रखते हैं

दरअसल बंदूक अच्छी या बुरी वस्तु नही है

और ना तो बहुत खतरनाक 

सही मायने में देखा जाये तो

बंदूक से कहीं ज्यादा खतरनाक है

नफ़रत

नफरत बंदूक से ज्यादा खतरनाक है

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