हर घड़ी पाँव में जंजीर  लिए फिरते हैं।

हम जो दिल में तेरी तस्वीर लिए फिरते हैं।।

Comments

Popular posts from this blog

भोजपुरी लोकगीत --गायक-मुहम्मद खलील

श्री योगेश छिब्बर की कविता -अम्मा

र: गोपालप्रसाद व्यास » साली क्या है रसगुल्ला है