हम जुमलों के बादशाह हैं।

कितने जुमले याद करोगे
हम जुमलों के बादशाह हैं।
कितनी बाते याद रखे हम
हम भूलों के बादशाह हैं।।
कहने से क्या घट जाता हैं
अपना कद कुछ बढ़ जाता है
प्यार जंग में जो है जायज
उन हमलों के बादशाह हैं।।
जीत गए हम खुशनसीब हैं
वरना जनता बदनसीब है
अब जनता रोये या गाये
हम शूलों के बादशाह हैं।।

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