यूँ भी मुझमें न कर तलाश मुझे।

ढूंढ अपने ही आसपास मुझे।।


मैं कहीं देवता न हो जाऊं

इतना ज्यादा भी मत तराश मुझे।।


मैं मेरी सादगी न खो बैठूँ

रास आता नहीं विकास मुझे।।


मैं जहां हूँ वहीं बहुत खुश हूँ

मुझको रहने दे अपने पास मुझे।।


साहनी खुश है आम ही रहकर

कह दो समझें न लोग ख़ास मुझे।।


सुरेश साहनी कानपुर

9451545132

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